Day 1: सुबह के ५:५० बज गए और अलार्म की आवाज से मेरी नींद खुल गयी। घडी की ओर देख कर मैं तुरंत उठ गया । माधवी पहले उठ चुकी थी और किचन में घमासान मचा हुवा था। वो रास्ते के लिए कुछ बना रही थी। बाबू अभी तक सोये हुवे थे उसकी लम्बी छुट्टियां जो शुरू हो गयी थी। माधवी रास्ते के लिए पर्याप्त भोजन सामग्रियां बना रही थी। लेकिन काम इतना ज्यादा फैला हुवा था और तैयार होने के बीच पता नहीं चला और कब घडी में ६:४५ बज गए। जल्दी जल्दी सब तैयार हुवे, बाबू को भी उठाकर तैयार किया . करीबन ७:०० बजे तक सब कुछ निपटाकर तीनो अपार्टमेंट से निकल गए। अब सब कुछ एकदम Neck-to -neck हो गया था ८:०० बजे वाली ट्रैन के लिए जो किंग्सक्रॉस से पकड़ना था। इतना आसान भी नहीं था क्योंकि पहले उन्हें लिवरपूल स्ट्रीट पहुंचना था और वहां से किंग्सक्रॉस के लिए ट्रैन पकड़नी थी। जल्दी जल्दी करते करते वो ७:५१ तक किंग्स क्रॉस अंडरग्राउंड पहुँच गए। लेकिन अब उन्हें उस नेशनल रेल के प्लेटफार्म तक पहुंचना था जहाँ से ८:०० बजे ट्रैन खुलने वाली थी। स्टेशन पर दिशानिर्देशों को देखते हुवे वो ८:००:४० तक प्लेटफार्म पहुंच गए लेकिन तब तक वो ट्रैन खुल गयी थी। मैं पूरी तरह से अचंभित और स्तब्ध हो गया। माधवी ने थोड़े देर में हिम्मत से काम लेते हुवे एक सहकर्मी को पूछा और उसने कहा की परेशान मत होईये , हर आधे घंटे में edinburgh की ट्रैन है और उनसे टिकट ऑफिस जाने को कहा। वहां पर जो महिला कर्मी थी , पहले तो वो बोली आप लेट क्यों हुवे , विस्तार से कारण पूछा ,माधवी और हम सोच रहे थे कि पता नहीं क्या क्या पूछेगी। माधवी ने फिर से थोड़ी सूझबूझ दिखाते हुवे कहा की जिस ट्रैन से हम इलफोर्ड से आ रहे थे , उसमे कुछ delay था। वो महिला कर्मी फिर से computer पे सब details देखी। और पूरी तरह से जांचने के बाद उसने अगली ट्रैन का टिकट बनाकर उन्हें दे दिया। मैं , माधवी और बाबू खुश हो गए वो जाकर जल्दी से अगली ट्रैन में बैठ गए। कुछ देर पहले जो लग रहा था कि पूरा का पूरा trip बर्बाद हो गया , अब सब कुछ सही सा होता लग रहा। माधवी खुश हो गयी और उसने इंस्टाग्राम में एक दो रील भी बना डाला, मतलब अब वो सच में खुश थी
ट्रैन काफी सही से चल रही थी और मैंने कहा चलो अब बढ़िया है , कम से कम अब कोई delay नहीं होगा। लेकिन भगवान की कुछ और योजना चल रही थी। Edinburgh के एक स्टेशन पहले आकर ट्रैन रुक गयी थी, थोड़ी देर में पता चला कि कुछ tresspassing हो गयी थी और UK में यह एक बहुत बड़ी घटना हो जाती है। ट्रैन को एक घंटे तक रोक दिया जाता है और जो कनेक्टिंग ट्रैन थी , वो छूट गयी। किसी तरह से edinburgh स्टेशन पर मैंने बात करके अगली ट्रैन का टिकट ले लिया। अब सब यही सोच रहे थे कि अब कोई और excitement न हो इस यात्रा में।
शाम के करीब सात बजे वो लोग Invernees पहुंचे। वहां पहुंचकर माधवी इस फ़िराक में थी कि जल्दी से सामान रखकर थोड़ा घूम लेते है. उसको घूमना बहुत पसंद है वहीँ मुझे और बाबू को मन था की अब आराम कर ले
Day-2: सुबह सुबह तैयार होकर तीनो होटल के रिसेप्शन के पास पहुंचे। वहां हल्का नास्ता किया , फल वगैरह खाये और फिर बस स्टॉप की और बढ़ चले जहाँ से हमे टूर बस पकड़नी थी। हम समय से वहां पहुँच गए। बस थोड़े विलम्ब से आयी और फिर हमलोग उसपे चढ़ गए , संयोग से एक ही पंक्ति की चार सीट मिल गयी। एक पर बाबू और माधवी बैठ गए , दुसरे तरफ मुझे सीट मिली , दो सीटों पर अकेले। इस तरह से बस की यात्रा प्रारम्भ हुवी। सबसे पहले बस पहुंची Eilean Donan Castle . वहां पर सबने जमके फोटोशूट किया। बहुत खूबसूरत जगह थी ये और सबने हर जगह घूमा
Day-3: आज तीनो जल्दी तैयार हो गए। आज Highlands घूमने का प्लान था। रिसेप्शन गए और नास्ता करने के बाद वो बस पकड़ने चले गए। बस थोड़ी छोटी थी इस बार ,दरअसल वो एक मिनी बस थी। सबसे पहले वो urquhart castle पहुंचे। काफी बढ़िया जगह थी। एक ऐतिहासिक सी जगह जहाँ ढेर सारा इतिहास छिपा हुवा था। काफी अच्छा समय बिताने के बाद वो Fort Augustus पहुँचते है जहाँ पर लंच करने का प्रोग्राम था।
लंच के बाद ही बस ड्राइवर ने Cruise की बुकिंग कर दी थी। और माधवी, बाबू और मैं तीनो क्रूज पे बैठ गए। पानी के एकदम बीच जाकर बहुत अच्छा लग रहा था और वहां खूब साड़ी फोटो निकाली
शाम को आज मेरा मन था कहीं अच्छे से बाहर खाने का। लेकिन कुछ अच्छा ऑप्शन मिल नहीं रहा था।
तभी एक Indian रेस्टोरेंट दिखा और उन्होंने डिनर वहां किया
Day-4: सुबह सुबह की ही ट्रेन थी और इस बार तीनो बहुत सजग थे और समय से १० मिनट पहले ही आकर ट्रेन पे बैठ गए। दोपहर के १२ बजे वो edinburgh पहुँच गए , वहां पर Hop-On-Hop-Off बस किया और घूमने लगे। फोर्ट गए , एडिनबर्घ कैसल देखा और फिर वही पर एक जगह लंच भी किया
शाम को लंदन के लिए वापसी की ट्रेन ६ बजे थी और करीब ११ बजे वो लंदन पहुँच गए
very nice
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