Thursday, January 23, 2025

Priya lagahu mohi ram !!

                                      जय श्री राम  


कामिहि नारि पिआरि जिमि लोभिहि प्रिय जिमि दाम। 

तिमि रघुनाथ निरंतर प्रिय लागहु मोहि राम ।।


kaamihi naari piyaari jimi lobhihi priya jimi daam 

timi raghunaath nirantar priya laagahu mohi ram 





जैसे कामी पुरुष को स्त्री प्यारी  लगती है और लालची  व्यक्ति को धन से प्यार होता है 

वैसे ही प्रभु श्रीरामचन्द्रजी आप मुझे  हमेशा  प्रिय लगिए  और मैं इसी भक्ति रूपी रस में डूब जाना चाहता हूँ।  



  

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