Tuesday, November 20, 2018

Happy Anniversary My love


तसव्वुर मेरे साथी का रेत सी जलती इस धरा पे 
मय में मक़सूद एक साजिश और तरसते हम 

उस तमस में फसे है हम और उनकी रूह की वो कशिश 
दिल के गलियारों में खनकती जुदाई की वो खलिश 
खोजा करते थे जो मकाम इस आहट के एहसास से यूँ 
 . . . . . . 



अब कुछ याद नहीं बस आप और 
उस ख्वाब में डूब जाने को दिल करता है। .........